
देहरादून राजपत्रित फार्मेसी अधिकारी एसोसिएशन उत्तराखंड की बैठक में फार्मिशिस्ट हुए नाराज।
रविवार को बैठक में फार्मेसी संवर्ग की सेवा नियमावली बनाए जाने एवं कोविड-19 में ड्यूटी करने वाले फ़ार्मेसिस्टो को अभी तक सरकार द्वारा पारितोषिक न दिए जाने के सम्बंध में चर्चा हुई।
राजपत्रित फार्मेसी अधिकारी एसोसिएशन उत्तराखंड की बैठक प्रांतीय अध्यक्ष एच सी देवली की अध्यक्षता में संपन्न हुई।
बैठक का संचालन प्रांतीय महामंत्री के एस फरस्वाण ने किया, बैठक में सदस्यों द्वारा कहा गया कि राज्य स्थापना के 21 वर्ष के बाद भी फार्मेसी संवर्ग की सेवा नियमावली प्रख्यापित ने की गई है।
अभी पूर्वर्ती राज्य उत्तर प्रदेश की नियमावली से ही फार्मेसी संवर्ग चल रहा है। इस दौरान सदस्यों ने अविलंब उत्तराखंड की सेवा नियमावली बनाए जाने की मांग की।
कोविड-19 में ड्यूटी करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों को सरकार द्वारा पारितोषिक देने की घोषणा की गई थी
अभी तक मेडिकल कॉलेज के कार्मिकों को ही पारितोषिक दिया गया है।
मेडिकल कॉलेज को छोड़कर अन्य चिकित्सालय के कार्मिको एवं फ़ार्मेसिस्टो को अभी तक पारितोषिक नहीं प्राप्त हुआ है जबकि स्वास्थ्य विभाग को छोड़कर अन्य विभागों के कार्मिकों को भी पारितोषिक दिया गया है।
एसोसिएशन के सदस्यों का कहना था कि पूरे प्रदेश के फ़ार्मेसिस्टो द्वारा कोविड-19 महामारी के दौरान बढ़ चढ़कर कार्य किया गया है जिसे लेकर फ़ार्मेसिस्टो को भी शीघ्र ही पारितोषिक प्राप्त होना चाहिए।
सत्र की द्वितीय पारी में चुनाव अधिकारी ओ पी मौर्य की अध्यक्षता में एच सी देवली की सेवानिवृत्त के फलस्वरूप प्रांतीय अध्यक्ष के रिक्त हुए पद पर शेखर चंद्र पपनै को सर्वसम्मति से प्रांतीय अध्यक्ष निर्वाचित किया गया।